नीतीश सरकार का 20 लाख रोजगार देने का वादा महज जुमला,पहले खाली पड़े पदों को भरे सरकार-राजद

इंडिया सिटी लाइव( पटना ) 16 दिसम्बर:राजद ने नीतीश कुमार की सरकार पर बड़ा हमला बोला है। नीतीश कुमार की कैबिनेट ने जैसे  29 लाख रोजगार देने के प्रस्ताव को मंजरी दी , राजद ने इसे जुमला करार दिया। राजद का कहना है कि तेजस्वी यादव के दबाव में सरकार 20 लाख रोजगार देने के पर विचार करने लगी है लेकिन यह मजह जुमला साबित होकर रह जाएगा। सरकार यह काम कर पाएगी ऐसा संभव नहीं है। नीतीश कुमार की सरकार बेपी के दबाव में काम कर रही है और केवल बेराजगारों को भ्रम में रखने की कोशिश कर रही है।

राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि 20 लाख रोजगार देने का जो वादा है वह जुमला ही साबित होगा.राजद प्रवक्ता ने कहा कि इसके पहले देश के प्रधानमंत्री ने 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने की बात कही थी। तो बीजेपी जवाब दे कि प्रधानमंत्री के उस वायदे का क्या हुआ। कितने लोगों को बीजेपी की सरकार ने रोजगार दिया। राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार के युवाओं को रोजगार चाहिए,झांसा नहीं चाहिए. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार पहले राज्य में खाली पड़े सरकारी पदों को भरने के ले रोड मैप तार करे और बताए कि सरकार के पास इसके लिए क्या योजना है।

कैबिनेट की बैठक में कल लगी थी मुहर

गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव के पहले बीजेपी ने जनता से किया वादा सरकार बनने के बाद पूरा करने की दिशा में अपना पहला कदम बढ़ा दिया है. नीतीश कैबिनेट के हुई दूसरी बैठक में बीजेपी की तरफ से किए गए फ्री कोरोना वैक्सीन के वादे को पूरा करने के लिए प्रस्ताव पर मुहर लगा दी गई है. साथ ही साथ 20 लाख रोजगार सृजन के लिए भी कैबिनेट ने आज मुहर लगा दी है. इसके लिए युवाओं को व्यवसाय करने पर सरकार 5 लाख तक का अनुदान देगी. अनुदान में से 50 फ़ीसदी की राशि सब्सिडी के तौर पर दी जाएगी। रोजगार सृजन के लिए बिहार में स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया जायेगा. साथ ही साथ आईआईटी और पॉलिटेक्निक संस्थानों में ट्रेनिंग गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सेंटर बनाने का भी प्रस्ताव कैबिनेट ने पास किया है. तकनीकी शिक्षा में हिंदी भाषा को जोड़ने का भी निर्णय लिया गया है। धर राजद का आरोप है कि सरकार ने पंचवर्षीय योजना बनाई है, बीस लाख रोजगार पांच सालों में लोगों को मेगा कि नहीं, इस पर शक है।