राज्य में ठंड का मौसम अपने अंतिम पड़ाव की ओर है। जलवायु परिवर्तन के इस दौर में किसानों को अच्छी ठंड का इंतजार है। वजह यह है कि कड़ाके की ठंड रबी सीजन की फसलों के लिए वरदान मानी जाती है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार आने वाले तीन से चार दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है।
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम विभाग के द्वारा जारी आंकड़ों के आधार पर बात की जाए तो ठंड बढ़ने से गेहूं की फसल को काफी फायदा मिलेगा। शीतलहर से आलू की खेती पर असर पड़ने की संभावना है। वहीं, मौसम विभाग के द्वारा इस सीजन में पहली बार प्रचंड ठंड का पूर्वानुमान जारी किया गया है।
राज्य में पछुआ और उत्तर पछुआ हवा जारी है। राज्य के कई जिलों में सुबह के समय घने कोहरे का प्रभाव देखने को मिल रहा है। लेकिन, दोपहर होते ही आसमान में बादलों के बीच सूर्य की किरणों आती हैं जिससे लोगों को ठंड से राहत मिल रही है। इस बीच बुधवार को मधुबनी में अधिकतम तापमान 24.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भागलपुर के सबौर में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को राज्य के उत्तरी, दक्षिणी पश्चिम, दक्षिण मध्य भागों के एक या दो स्थानों में घना कोहरा और बाकी हिस्सों में सुबह के समय हल्के से मध्यम स्तर कोहरा छाए रहने की संभावना है। जबकि शेष भागों में सुबह के समय हल्के से मध्यम स्तर का कुहासा छाए रहने का पूर्वानुमान जारी किया गया है। आने वाले तीन से चार दिनों के दौरान 02 से 04 डिग्री तक तापमान में गिरावट देखी जाएगी।