रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही देश में जश्न का माहौल है। खास कार्यक्रम में कई हस्तियां शामिल हुईं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए गर्भगृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। इस कार्यक्रम को लेकर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। जहां कांग्रेस, राजद और अन्य दल इसे भाजपा और आरएसएस का कार्यक्रम बता रही है तो दूसरी तरफ केजरीवाल ने क बार फिर अलग रूख अपनाया है।
दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में बृहस्पतिवार को आयोजित एक समारोह में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बड़ी बात कह दी है। उन्होंने कहा कि – अयोध्या के मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा गर्व की बात है। हमें उनसे प्रेरणा लेकर जीवन में उतारना चाहिए। त्याग और निस्वार्थ प्रेम हमसभी को प्रेरित करता है।
केजरीवाल ने कहा कि- उनका वनवास जाकर राजपाट को छोड़ना हमें सिखाता है कि किसी तरह का त्याग करने से पीछे नहीं हटना चाहिए। वह किसी जाति को नहीं मानते थे, उन्होंने शबरी के जूठे बेर खाए। लेकिन आज हमारा समाज जाति के आधार पर बंटा हुआ है। जब राम राज्य की बात की जाती है तो यह माना जाता है कि इस तरह की सुख शांति का शासन कभी नहीं हुआ। जब दैहिक दैविक दुख कभी नहीं हुआ। केजरीवाल ने कहा, ‘आज दिल्ली में हम राम राज्य से प्रेरणा लेकर सरकार को चलाने का प्रयास कर रहे हैं।’ इसके तहत कोई भूखा न रहे और सभी को आवास मिले, ऐसा प्रयास है।