रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से ईडी ने मंगलवार को करीब साढ़े आठ घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान ईडी की टीम ने तेजस्वी से 65 से ज्यादा सवाल पूछे। उनके नाम से दिल्ली एवं पटना में मौजूद संपत्ति से लेकर उनके निदेशक मंडल वाली निजी कंपनी में निवेश से जुड़े सवाल शामिल थे। अधिकतर सवालों पर तेजस्वी ने अनभिज्ञता जाहिर की।
जांच एजेंसी ने तेजस्वी से पूछा कि वर्तमान में उनकी आय का साधन क्या है। जब वे नाबालिग थे, निजी कंपनी मेसर्स एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक मंडल में कैसे शामिल हो गए। बालिग होने पर भी वे इस कंपनी में बने रहे। यह कंपनी क्या काम करती है, इसका सालाना टर्नओवर 4 करोड़ के आसपास होते हुए भी कार्यालय दिल्ली के फ्रेंड्स कॉलोनी जैसे पॉश इलाके में कैसे है।
इस बंगले को कैसे और किससे खरीदा गया था। इस बंगले की मौजूदा कीमत करीब 150 करोड़ रुपये से अधिक है। पटना से दिल्ली जाने पर आप इसी बंगले में ठहरते हैं, बावजूद इसके बारे में पूरी जानकारी कैसे नहीं है। इसके अलावा एक अन्य कंपनी मेसर्स एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड के बारे में भी जानकारी ली गई है।
साथ ही सवाल किया गया कि इन दोनों कंपनियों के नाम से जिनती जमीनें ट्रांसफर की गई? इनमें कई जमीनों को उनके परिवार के सदस्यों के नाम ट्रांसफर क्यों किया गया था? जमीन लेकर जिन लोगों को रेलवे में नौकरी दी गई, उसके बारे में वे क्या जानते हैं।प्रवर्तन निदेशालय के करीब 12 अधिकारी तेजस्वी यादव से 65 सवालों की लिस्ट लेकर पूछताछ कर रहे थे। उसमें कई ऐसे सवाल थे, जिसमें तेजस्वी यादव फंस सकते थे। जब से तेजस्वी यादव से पटना के ईडी दफ्तर में पूछताछ हुई, तब से आरजेडी के तमाम लीडर दफ्तर के बाहर मौजूद रहे।
तेजस्वी यादव को जमीन के बदले नौकरी मामले में 19 दिसंबर को पहला समन दिया गया था। समन के अनुसार, उन्हें 22 दिसंबर को इस मामले में पूछताछ के लिए हाजिर होना था, लेकिन राजनीतिक व्यस्तता की वजह से तेजस्वी पूछताछ को नहीं पहुंचे।इसके बाद दूसरा समन देकर तेजस्वी को पांच जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया, लेकिन दूसरे समन में भी तेजस्वी हाजिर नहीं हुए। तीसरे समन के बाद तेजस्वी ईडी दफ्तर पहुंचे। वे सुबह करीब 11.15 बजे अपने आवास से निकले और बैंक रोड स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे।