बिहार में महागठबंधन के घटक दलों में राजद, कांग्रेस, भाकपा माले, भकपा व माकपा के बीच राज्य के सभी 40 सीटों का बंटवारा हो गया है। बंटवारे में राजद के खाते में 26, कांग्रेस 9 और वामदलों में भाकपा माले 3, भाकपा 1 और माकपा 1 सीटों पर अपने कैंडिडेट मैदान में उतारेगी। हालांकि, राजद खाते में गई 26 सीटों से से लगभग आधे से अधिक सीटों पर कैंडिडेट को सिंबल भी बांट दिया। अब कांग्रेस भी अपने खाते में गई 9 सीटों पर कैंडिडेट तय करने को लेकर सियासी माथापेंची शुरू कर दी है। पार्टी के तरफ से आने वाले कल यानी 31 मार्च को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक बुलाई है।
इस बार बिहार में कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव मैदान में नजर आएगी। जो सीटें शामिल हैं वो हैं – कटिहार, किशनगंज, भागलपुर, समस्तीपुर, सासाराम, पटना साहिब, पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर, महराजगंज शामिल है। ऐसे में इस बार कांग्रेस के तरफ से इन नाम की चर्चा तेज है उनमें किशनगंज से वर्तमान सांसद मोहम्मद जावेद, भागलपुर से विधायक अजीत शर्मा,कटिहार से तारिक अनवर और पटना साहिब सीट पर मीरा कुमार के बेटे अंशुल अभिजीत और राजकुमार राजन के नाम की चर्चा तेज है। वहीं समस्तीपुर सीट से पूर्व आईपीएस वीके रवि और अशोक राम दावेदार बताए जा रहे हैं।
बाकी सीटों में से मुजफ्फरपुर से विधायक विजेंद्र चौधरी और महाराजगंज से बिहार प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह के बेटे आकाश सिंह के नाम की चर्चा भी की जा रही है। इसके अलावा बाकी के सीटों में एक सीट पर नया चेहरा मैदान में नजर आ सकता है। हालांकि, नाम पर अंतिम मुहर केंद्रीय नेतृत्व को भी लगाना है। लेकिन इनमें कुछ लोगों का टिकट लगभग तय माना जा रहा है।
पिछले चुनाव यानी 2019 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसे कल 7.70% और हासिल हुआ था। पार्टी को एक सीट किशनगंज में जीत हासिल हुई थी। जबकि यूपीए को 30.61% बहुत हासिल हुआ था। वहीं, राजद ने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था और किसी भी सीट पर बहुमत हासिल नहीं हो पाया था। पार्टी को कुल 15.36% वोट हासिल हुआ था।