पोषण के साथ अब सामाजिक कुरीतियों के प्रति लोगों को किया जा रहा जागरूक
जिला प्रशासन के सहयोग से दस
दिनों तक चलेगा अभीयान..
आंगनबाड़ी केंद्रों में सामाजिक संगोष्ठी का आयोजन कर दिलाई जा रही है शपथ
बाल विवाह, दहेज प्रथा व मद्द निषेध पर होगा प्रहार
बक्सर से कपीन्द्र किशोर की रिपोर्ट
4/1/2022
बक्सर, 04 जनवरी | जिले में लोगों को पोषण के प्रति जागरूक करने में आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं और सहायिकाओं की अहम भूमिका रही है। लेकिन, अब वे लोगों को सामाजिक कुरीतियों के प्रति भी जागरूक कर रही हैं। इसके लिये आंगनबाड़ी केंद्रों में विभिन्न संगोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है। इस क्रम में आंगनबाड़ी केंद्रों में मद्द निषेध को सफल बनाने के लिए समाज के सभी लोगों को शपथ दिलाई जा रही है। शपथ द्वारा लोग प्रण ले रहे हैं कि उनके द्वारा जीवन में कभी भी किसी तरह के शराब या अन्य नशा युक्त पदार्थ का सेवन नहीं किया जाएगा और अगर कोई इसका सेवन करता है तो लोगों द्वारा उस व्यक्ति को ऐसा नहीं करने के लिए जागरूक करेंगे। इसके अलावा केंद्रों पर आयोजित संगोष्ठी में लोगों को समाज में बाल विवाह और दहेज प्रथा को भी रोकने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
डीपीओ तरणि कुमारी ने कहा, समाज की सबसे मुख्य कुरीतियों में नशा का सेवन, दहेज प्रथा, बाल विवाह आदि मुख्य हैं। इन कुरीतियों के कारण समाज के बहुत से लोगों का विकास नहीं हो सकता। इससे समाज की आने वाली पीढ़ी को भी तकलीफ होती है। घर में किसी के भी नशा का सेवन करने से बच्चों को मानसिक रूप से दिक्कतें आती हैं। इससे गरीबी उत्पन्न होती है और यह बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसे बहुत से अन्य समस्या के आगे बढ़ने का कारण होता है। इसे पूरी तरह खत्म करने के लिए लोगों को जागरुक होने की जरूरत है। इसके लिए आईसीडीएस द्वारा जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में 30 दिसंबर से 10 जनवरी तक विभिन्न तरह के कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है ।और लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है। लोगों के जागरूक होने से समाज की इन कुरीतियों का विनाश हो सकेगा।