पटना जिले में एक बार फिर पकड़ुआ विवाह का मामला सामने आया है। इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। 21वीं में सदी में भी पकड़ुआ बियाह जैसी घटना को लेकर लोग तर्क-वितर्क कर रहे हैं। जो लोग बिहार या पूर्वांचल के हैं वे पकड़ुआ बियाह से भली-भांति अवगत हैं, लेकिन विवाह की यह प्रक्रिया आज भी कायम है इसको लेकर तरह – तरह की बात कही जा रही है।
घटना के बाद लड़के के पिता द्वारा पटना क़े बाईपास थाने में इसकी लिखित शिकायत की गई है। उन्होंने पकड़ुआ बियाह के लिए लड़की के परिवार सहित एनजीओ के कुछ महिलाओं को आरोपित बताया है। इसके बाद पटना क़े बाईपास थाना में शिकायत ۔दर्ज की गई है। इसके बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है।
पटना की एक लड़की एनजीओ के कुछ लोगों के साथ बेगमपुर निवासी गणेश कुमार के घर पहुंच गई और शादी करने की बात कहने लगी। जिसके बाद वो इसको लेकर तैयार नहीं हुआ तो जबरन उसे पास के ही एक शिव मंदिर में ले जाकर शादी करवा दी गई। उसके बाद ये लोग लड़की को सुसराल ले जाने की बात कहने लगे। जिस पर उसने मना कर दिया और फिर विवाद शुरू हो गया।
आसपास के लोगों ने बताया कि लड़की काफी दिनों से गणेश कुमार के घर पर आकर शादी के लिए दवाब बन रही थी। अब इस मामले को लेकर लड़की को गणेश के घर पहुंच गई। उसके बाद ग्रामीणों के मदद से लड़की और गणेश का विवाह मोहल्ले के एक शिव मंदिर में कर दिया गया। इसके बाद लड़की को गणेश के घर ले जाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया गया।
इस मामले को लेकर गणेश के पिता रवनीश कुमार ने आरोप लगाया कि उनके बेटा को जबरदस्ती उठाकर शादी कर दी गई है। अब उन्होंने थाणे में इसकी शिकायत दर्ज करवाई है। लड़के के पिता का यह आरोप है कि, लड़की अपने कुछ परिजनों के साथ और एनजीओ की महिलाओं के साथ उनके घर पहुंच गई और उनके लड़के को जबरदस्ती उठाकर शादी कर दिया और फिर उनके घर पर दोनों को भेज दिया।
शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस मामला दर्ज कर मामले की छानबीन में जुट गई है। लड़की अभी भी लड़के के घर पर दबाव देखकर रह रही है। इस मामले में लड़के के अधिवक्ता मुकेश मिश्रा ने बताया कि जिस तरीके से जबरदस्ती शादी कराई गई है वह शादी किसी भी तरह का मान्य नहीं है।