पटना से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक स्कूल के टीचर द्वारा अपनी क्लास की कुछ स्टूडेंट के साथ गलत हरकतों को अंजाम दिया है। घटना के बाद स्कूल में हड़कंप का माहौल बना हुआ है।पटना के बीएन कॉलेजिएट में पढ़ने वाली नौवीं की छात्राओं ने शिक्षक राजेश कुमार पर छेड़खानी और मारपीट का आरोप लगाया है।
छात्राओं का कहना है कि शिक्षक किसी ना किसी बहाने बॉडी को गलत तरीके से टच करते है। इसकी शिकायत प्रिंसिपल से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद परिजनों को जानकारी दी। गुरुवार को गुस्साए परिजन स्कूल पहुंचे। इस दौरान टीचर ने बाहरी लड़कों को बुला लिया और परिजनों के साथ मारपीट करने लगे।
शिकायत करने के कारण पीड़ित छात्राओं को ही उल्टा 10 दिनों के लिए स्कूल से सस्पेंड कर दिया गया। स्कूल प्रशासन के इस कदम के बाद 7 छात्राओं और कुछ छात्र ने मिलकर डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम में शिकायत दर्ज कराई। छात्राओं की शिकायत पर इस मामले में डीएम ने जांच टीम का गठन कर दिया है। जिला कलेक्टर ने कहा है कि मामला गंभीर है, दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में पीड़ित छात्राओं ने डायल-112 पर शिकायत करने की बात कही है। लेकिन, उनका कहना है कि ये लोग भी शिकायत करने पर एक्शन लेते हुए नजर नहीं आए बल्कि मामले का निपटारा समझा -बुझाकर और चीज़ों को दबाकर खत्म करने में लग गए। जब पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो छात्राएं अपने परिजनों के साथ डीएम आवास पहुंचीं। गांधी मैदान की गश्ती टीम मौके पर पहुंची और समझाने की कोशिश की, लेकिन छात्राएं केस दर्ज कराने के लिए अड़ी रही। फिर जिला नियंत्रण कक्ष से मजिस्ट्रेट पहुंचे और छात्राओं से आवेदन लिया। इसके बाद सभी छात्राएं परिजनों के साथ घर लौट गईं।
पीड़ित छात्रा ने बताया कि टीचर राजेश कुछ टॉपिक को समझाने के बहाने क्लास में ले गए। फिर पकड़कर हग करने लगे। उन्होंने कहा कि हमको टाइम दो, गंदी-गंदी हरकत करते थे। आई लव यू बोलते थे। साथ में घूमने के लिए कहते थे।आज हम लोगों उनके खिलाफ खड़े हुए तो वो प्रिंसिपल मैम से मिलकर 5 लड़कियों को 10 दिनों के लिए सस्पेंड करवा दिए।
इस मामले में पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने संज्ञान लेते हुए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। डीएम ने कहा कि यह एक संवेदनशील मामला है। शिक्षक के खिलाफ जो आरोप लगाए गए हैं वो काफी गंभीर है। उन्होंने कहा कि मामले में जो भी दोषी होंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। जांच कमेटी में तीन महिला पदाधिकारी अभिलाषा सिन्हा, आभा प्रसाद और पूनम कुमारी को रखा गया है।