श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ने शुक्रवार को दर्शनार्थी श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए बड़ा फैसला किया है जिससे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बावजूद सरलता से रामलला का दर्शन सुलभ हो सकेगा। तीर्थ क्षेत्र ने इसके लिए सुगम दर्शन व विशिष्ट दर्शन की दो नई श्रेणी तय की है। श्रेणी में दर्शन की सुविधा सुबह सात बजे से रात्रि नौ बजे के मध्य दो-दो घंटे की छह अलग-अलग स्लाट में मिलेगी।
इस श्रेणी में ‘पास’ निर्गत कराने वाले श्रद्धालुओं के लिए बुकिंग स्लाट के निर्धारित समय में पहुंचने की अनिवार्यता रहेगी अन्यथा ‘पास’ निरस्त माना जाएगा। यह व्यवस्था शनिवार से लागू हो जाएगी। दर्शन के लिए तीन सौ व विशिष्ट दर्शन में डेढ़ सौ पास होंगे. सुगम दर्शन के लिए तीन सौ श्रद्धालुओं को ‘पास’ निर्गत किए जाएंगे जिनमें 150 ‘पास’ की बुकिंग आनलाइन श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की वेबसाइट के माध्यम से होगी।
150 ‘पास’ रेफरल होंगे जो तीर्थ क्षेत्र की कार्यकारिणी के सदस्यों व शासन -प्रशासन के उच्चाधिकारियों की संस्तुति पर निर्गत किए जाएंगे। इस तरह से विशिष्ट दर्शन की व्यवस्था भी सुबह सात बजे से रात्रि नौ बजे के मध्य निर्धारित दो-दो घंटे के छह स्लाट में ही होगी। विशिष्ट दर्शन के लिए 150 श्रद्धालुओं को भेजने का निर्णय है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने मंगला व शयन आरती के बाद अब श्रृंगार आरती दर्शन का भी ‘पास’ निर्गत करने का निर्णय लिया है। श्रृंगार आरती सुबह सवा छह बजे होगी। जबकि पास से श्रद्धालुओं का प्रवेश पौने छह बजे से होगा। तीर्थ क्षेत्र के न्यासी डा. अनिल मिश्र ने बताया कि आरती के लिए सौ श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था रहेगी जिसमें 20 पास की आनलाइन बुकिंग होगी जबकि 80 पास रेफरल होंगे जो पदाधिकारियों की संस्तुति पर ही निर्गत की जाएगी।