सहरसा पुलिस ने पांच दिनों पहले हुए हिमांशु हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। हत्या में शामिल एक अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार लिया है। पुलिस के मुताबिक, पुरानी दुश्मनी के कारण हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। मृतक का भी अपराधिक इतिहास था और वह जेल से जमानत पर बाहर आया था।
सहरसा एसपी ने बताया कि बीते 20 फरवरी को सुबह करीब आठ बजे सिमरी बख्तियारपुर थाना पुलिस को सूचना मिली की सिटानाबाद, भरौली के महुआडीह बांध स्थित श्याम सुन्दर के आम बगीचा में अज्ञात युवक का शव है। शरीर पर गोली लगने का निशान था। एसपी के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया। टीम का नेतृत्व सिमरी-बख्तियारपुर एसडीपीओ मुकेश ठाकुर और तकनीकी साईड से साइबर डीएसपी कर रहे थे।
एसपी ने बताया कि गठित एसआईटी एवं सिमरी-बख्तियारपुर थानाध्यक्ष के द्वारा घटना का वैज्ञानिक अनुसंधान शुरू किया गया। छापेमारी कर कांड में संलिप्त बलवाहाट ओपी के मोहनपुर निवासी सौरभ पासवान को गिरफ्तार किया गया। वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर यह बात सामने आई कि पुरानी दुश्मनी को लेकर हत्या की घटना को अंजाम दिया गया था।
बसनही थाना क्षेत्र के मरिया निवासी जयमाला देवी ने अपने बेटे सुशांत कुमार एवं प्रिंस कुमार के उपर गोली चलाने के आरोप में हिमांशु कुमार और छोटू कुमार के खिलाफ बसनही थाना में केस दर्ज कराया था। गिरफ्तारी के बाद हिमांशु ने थाना से भागने की भी कोशिश की। हिमांशु पूर्व में जेल जा चुका था और वर्तमान में जमानत पर जेल से बाहर आया था।
इसी दुश्मनी को लेकर हिमांशु कुमार से बदला लेने के लिए सौरभ पासवान और अन्य लोगों ने साज़िश रची। आरोपियों ने हिमांशु को झांसा देकर बुलाया और बगीचे में ले जाकर उसकी हत्या कर दी। एसपी ने बताया कि हत्याकांड में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है और उन्हें भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।