भोजपुरी पेंटिंग के संरक्षण और मंडल रेल प्रबंधक,दानापुर से विशेष सहयोग हेतु एक ज्ञापन सौंपा।

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भोजपुरी कला संरक्षण मोर्चा के शिष्टमंडल ने श्री सौरभ तिवारी,सदस्य,परामर्शदात्री समिति,पूर्व मध्य रेलवे, दानापुर को आरा रेलवे स्टेशन पर स्टेशन प्रबंधक प्रवीण ओझा के कार्यालय कक्ष में भोजपुरी पेंटिंग के संरक्षण और मंडल रेल प्रबंधक,दानापुर से विशेष सहयोग हेतु एक ज्ञापन सौंपा। शिष्टमंडल का नेतृत्व करते हुए मोर्चा के संयोजक भास्कर मिश्र ने श्री तिवारी से अनुरोध करते हुए कहा कि भोजपुरी पेंटिंग हमारी पारंपरिक सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण अंग है।इसके प्रसार से नई पीढ़ी को अपनी परंपरा और संस्कृति का ज्ञान होगा और उसपर उन्हें गर्व होगा। उपसंयोजक सह वरिष्ठ चित्रकार विजय मेहता ने कहा कि हमारी पेंटिंग का सौंदर्य अन्य किसी भी लोककला से कमतर नहीं है।बल्कि हमारी पेंटिंग को देखकर लोगों का अंतर्मन आनंदित होता है। कोषाध्यक्ष सह वरिष्ठ चित्रकार कमलेश कुंदन ने पेंटिंग की बारीकियों से अवगत कराते हुए कहा कि भोजपुरी पेंटिंग बहुत जल्द राष्ट्रीय क्षितिज पर अपनी विशेष पहचान बनाएगा।सौरभ तिवारी जी ने कहा कि मेरे लिए यह हर्ष की बात है कि भोजपुरी पेंटिंग आरा रेलवे स्टेशन पर अंकित किया गया है।मेरा यह प्रयास होगा कि न केवल भोजपुरिया क्षेत्र के स्टेशनों पर अपितु इन स्टेशनों से प्रारंभ होने वाले सभी लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनों में दर्शनीय भोजपुरी पेंटिंग का अंकन हो।ताकि स्थानीय लोगों के अलावा देश विदेश से आनेवाले भी इस समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित हो सके। स्वागत करते हुए वरिष्ठ रंगकर्मी ओ पी पांडेय ने कहा कि सौरभ तिवारी जैसे सकारात्मक युवा से भोजपुरिया क्षेत्र के लोगों को बहुत सारी अपेक्षाएं हैं।मुझे पूरा विश्वास है कि इनके पहल से भोजपुरी पेंटिंग को नया मुकाम हासिल होगा।वरिष्ठ चित्रकार रौशन राय,सुरेश पांडेय,विजय मेहता, कमलेश कुंदन, निक्की कुमारी,शालिनी कुमारी, रूपा कुमारी आदि द्वारा आरा रेलवे स्टेशन पर भव्य भोजपुरी पेंटिंग बनाया गया है।उसकी भव्यता और उत्कृष्टता देखकर माननीय सदस्य पूर्व मध्य रेलवे आश्चर्यचकित रह गए।पेंटिंग के अंकन के दौरान चित्रकार रौशन राय द्वारा आमलोगों को अपने पारंपरिक भोजपुरी संस्कृति को विस्तार से बताया गया।वरिष्ठ गायक नागेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि शाहाबाद की धरती अत्यंत उर्वर है।यहां विभिन्न विधाओं के उच्च कोटि के कलाकार भरे हुए हैं । क्षेत्रवाद के कारण हमलोगों के साथ हमेशा दोयम दर्जे का व्यवहार होता है ।भोजपुरी पेंटिंग के माध्यम से शाहाबाद के कलाकार अब अपने अधिकारों को लेकर अपनी विशेष पहचान बनायेंगे।इस अवसर पर मनोज श्रीवास्तव एवं शुभम कुमार आदि उपस्थित थे।

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