“चीख” यह शब्द अपनेआप में बहुत बड़ी कहानी को जन्म देती है। इस शब्द से आप अनेकों शब्दावली को जन्म दे सकते हैं । इंसान को अक्सर कोई चोट लगती है तो चीख निकलती है, या फिर जब कोई आपकी आवाज़ को धीरे से बोलने पर नहीं सुनता तो उसे सुनाने के लिए भी आप चीखने का सहारा लेते हैं। अब इस चीख के इतने मायने हैं कि इसे अक्सर कई बार कई अलग अलग परिपेक्ष्य में अलग अलग रूप में परिभाषित किया गया है । लेकिन हर बार चीख का मतलब यही होता है कि आपका कोई काम आसानी से हो नही रहा तो उसको करने के लिए आपको चीख का सहारा लेना पड़ता है । या फिर एक चीख पीड़ा की भी होती है,जब इंसान किसी विषाद में होता है, किसी बात का उसको सदमा लगता है तब भी इंसान रह रहकर चीखने लगता है और यह अवसाद की चीख दुनिया की हर चीख पर भारी पड़ती है । हम ऐसी ही एक चीख की बात आज यहां करने जा रहे हैं जिसमे भोजपुरी फ़िल्म जगत के मिलेनियम स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ और आम्रपाली दुबे के साथ संजय पाण्डेय मुख्य भूमिका निभाने वाले हैं । इस चीख का निर्देशन भोजपुरी के जाने माने निर्देशक धीरज ठाकुर करने वाले हैं । भोजपुरी फिल्म में अब तक आपने पारिवारिक फिल्में, रोमांटिक एक्शन, रोमकॉम और कॉमेडी का ही मेल देखा होगा लेकिन इसबार निर्माता सुधीर सिंह के स्निप कॉर्पोरेशन के बैनर तले एक नया प्रयोग होने जा रहा है । इस चीख के बारे में बात करते हुए दिनेश लाल यादव ने बताया कि यह एक बेहतरीन कहानी है, इसमें समाज के अंदर की वास्तविक घटनाओं को मध्य में रखकर उसके आसपास के माहौल को हमने दिखाने की तैयारी की है । सुधीर जी एक सुलझे हुए अनुभवी निर्माता हैं और हमको इनसे काफी उम्मीदें हैं कि ये एक अच्छी फिल्म का निर्माण करेंगे । वहीं आम्रपाली दुबे ने बताया कि चीख अपनेआप में पहली ऐसी भोजपुरी फ़िल्म होगी जिसमें थ्रिल, रोमाँच और एक्शन भी होने वाला है । एक संजीदा कहानी को लेकर हमारे पास निर्माता निर्देशक आये तो हमने इसको सुनने के बाद विचार किया कि भोजपुरी में इस तरह की फिल्मों को अवश्य बनना चाहिए । यह फ़िल्म वास्तव में समाज का एक आईना बनेगी । आपको बतातें चलें कि भोजपुरी में पहली बार थ्रिलर एक्शन फिल्म का निर्माण/निर्देशन की पूरी तैयारी निर्देशक धीरज ठाकुर ने कर लिया है और फ़िल्म जल्द ही फ्लोर पर भी जाने वाली है । स्निप कॉर्पोरेशन के बैनर तले बनने जा रही फिल्म चीख के निर्माता हैं सुधीर सिंह। सुधीर सिंह ने इस फ़िल्म के बारे में बताया कि जब यह कहानी उनके समक्ष लायी गयी तभी उन्होंने इसमें यह विचार कर लिया था कि इसे किसके साथ बनाना है और यह आज फलीभूत होने जा रहा है इससे बड़ी ख़ुशी और क्या हो सकती है ? फिल्म के लेखक धर्मेन्द्र सिंह है और हम अगले साल के शुरुआत में ही इस फ़िल्म को शूटिंग फ्लोर पर ले जाने वाले हैं । यह जानकारी फ़िल्म प्रचारक संजय भूषण पटियाला ने दिया ।
Comments