बक्सर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक गधे की मौत को लेकर घमासान छिड़ गया है। बिजली विभाग ने पांच नामजद समेत कुल 55 लोगों के खिलाफ थाने में केस दर्ज कराया गया है। 55 लोगों के खिलाफ केस दर्ज होने के बाद हड़कंप मच गया है।
मामला केसठ प्रखंड के रामपुर गांव का है। रामपुर गांव निवासी ददन रजक के पास चार गधे थे, जिनका इस्तेमाल वह ईंट भट्ठा और अन्य काम मे करता था। 11 सितंबर की शाम वह अपने चारों गधों को लेकर घर लौट रहा था। इसी दौरान गांव के बीच स्थित एक बिजली के पोल से सका एक गधा सट गया, जिससे करंट लगने से उसकी मौत हो गई।
ददन अन्य ग्रामीणों के साथ चकौड़ा पावर ग्रिड पहुंचा और धरना पर बैठ गया। धरना दे रहे लोग मुआवजे की मांग करने लगे। देर रात तक हंगामा चलता रहा। करीब ढाई घंटे तक पूरे प्रखंड में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। बाद में अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामले को शांत कराया गया और पावर सप्लाई शुरू कर दी गई।
मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। बिजली विभाग के सहायक इंजीनियर ने पांच नामजद समेत कुल 55 ग्रामीणों के खिलाफ वासुदेवा ओपी में केस दर्ज करा दिया। बिजली कंपनी का आरोप है कि ढाई घंटे बिजली आपूर्ति ठप होने के कारण साउथ बिहार पावर ड्रिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को करीब डेढ लाख रुपए का घाटा हुआ है।
मामले में मुखिया, सरपंच और बीडीसी समेत अन्य लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। गांव के लोगों ने बैठकर यह निर्णय लिया है कि अगर बिजली कंपनी अपने केस को वापस नही लेती है तो वो लोग भी केस लड़ने के लिए तैयार हैं।
मामले पर बक्सर एसपी शुभम आर्य ने कहा है कि ग्रामीणों ने बिजली सप्लाई बंद करने के लिए मशीन को बंद कर दिया था और सरकारी काम में बाधा डाला गया, जिससे लोगों को भारी परेशानी हुई। ग्रामीणों ने सनहा दर्ज कराया था जबकि बिजली विभाग ने केस दर्ज कराया है। फिलहाल मामले की जांच चल रही है और कानून संगत जो उचित होगा कार्रवाई की जाएगी।