‘डॉन’ यह नाम नहीं बल्कि एक उपाधि है और जिस किसी इंसान के साथ यह उपाधि जुड़ जाती है उसके बारे में कहा जाता है कि वह सबसे अधिक दबंग होता है और आपराधिक घटनाओं का अंजाम देना उसके लिए आम बात होती है। इसमें मुख्य रूप से पुरुष को ही देखा जाता है। लेकिन, बिहार में महिला भी यह उपाधि धारण करती है और उसे ‘लेडी डॉन’ कहते हैं। ऐसी ही लेडी डॉन को मोतिहारी पुलिस ने अरेस्ट किया है।
पूर्वी चंपारण जिला पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम एक कुख्यात महिला अपराधी को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। गिरफ्तार महिला रीता सिंह अपराधी प्रतिबंधित संगठन की सदस्य थी। इसके उपर सरकार ने 50 हजार का इनाम घोषित कर रखा था और यह फरार चल रही थी। महिला पर जिले के विभिन्न थाने में हत्या, हत्या का प्रयास, लूट और रंगदारी से संबंधित आठ मामले दर्ज हैं। अब एसटीएफ ने इसे गया रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार रीता सिंह पताही थाना क्षेत्र के बेतौना गांव की रहने वाली है। पुलिस के अनुसार इसका संबंध प्रतिबंधित संगठन आजाद हिन्द फौज से भी रहा है। रीता सिंह का पति मुखिया था। लेकिन, उसके पति की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। इसी घटना के बाद रीता ने घर त्याग दिया और फिर श्री श्री रविशंकर के आर्ट ऑफ लिविंग से जुड़ गई।
वह कई जेलों में रीता सिंह आर्ट ऑफ लिविंग का प्रशिक्षण शिविर लगाती रही है। इन सबके बीच रीता सिंह का नाम अचानक अपराधिक गतिविधियों में आने लगा। उस पर पकड़ीदयाल थाना में हत्या का प्रयास, फेनहारा थाना में लूट और रंगदारी के दो अलग-अलग मामले, पताही थाना में लूट, हत्या, रंगदारी और विविध कांड के चार अलग-अलग मामले के अलावा मधुबन थाना में रंगदारी का एक कांड दर्ज है।
रीता की गिरफ्तारी को लेकर एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि पकड़ीदयाल डीएसपी सुबोध कुमार के नेतृत्व में पताही थाना और एसटीएफ के एसओजी 8 टीम ने जिला की कुख्यात अपराधी रीता सिंह को पताही से गिरफ्तार किया है। इस अपराधी पर कुल 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। रीता सिंह पर एक दर्जन से भी ज्यादा केस है। आठ कांडों में यह फरार चल रही थी।