नगर निकायों मे वर्षो से लीज पर दी गई जमीन को चिन्हित किया जाएगा.वेंडिंग जोन बनाने के वजाय वेंडिंग नियमन पर जोड़ देने की मांग उठी

इंडिया सिटी लाइव 20 जनवरी : फुटपाथ दुकानदार नागरिकों के जीवन रेखा को गतिमान बनाए रखने मे बहुत बड़ी भूमिका निभाते है| इनके नियमन व आजीविका को सुरक्शित किए बिना शहरों के समेकित विकास संभव नहीं है| केंद्र सरकार ने इनके रोजगार को बढ़ाने के लिए प्रधान मंत्री स्वनिधि योजना की शुरुवात की है| राज्य सरकार प्रत्येक वेंडर्स को इस योजना का लाभ दिलाने के लिए कृत संकल्पित है| वेंडर्स परिचय पत्र एवं वेंडिंग प्रमाण पत्र दिये जा रहे है| रोजगार के नियमन हेतु सभी नगर निकायों को दिशा निर्देश दिये गए है | उक्त बाते श्री तार किशोर प्रसाद, उप मुख्य मंत्री सह नगर विकास व आवास मंत्री , बिहार सरकार ने 17वें स्ट्रीट वेंडर्स दिवस के अवसर पर नासवी द्वारा आयोजित आजीविका संरक्षण, स्ट्रीट वेंडिंग नियमन एवं पीएम- स्वनिधि सरलीकरण विषय पर परिचर्चा के दौरान कही |

नासवी के कार्यक्रम निदेशक श्री राकेश त्रिपाठी ने इस अवसर पर राज्य के विभिन्न जिलो से आए प्रतिनिधियों को वेंडर्स दिवस की शुभकामनाए देते हुए कहा की यह वेंडर्स दिवस हम ऐसे माहौल मे मना रहे है जब वेंडर्स के पक्ष मे एक सकारात्मक माहौल बन रहा है | वेंडिंग प्रमाण पत्र एवं परिचय पत्र निर्गत करने की प्रक्रिया शुरू हुई है|

राष्ट्रिय शहरी आजीविका मिशन के टीम लीडर श्री संजीव पांडे ने कहा की वेंडर्स को सम्पूर्ण सामाजिक सुरक्षा योजनावों के लाभ देने की योजना पर काम चल रहा है|

श्री अवधेश आनंद, लीड बैंक प्रबन्धक ने कहा की प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत यदि वेंडर्स डिजिटल भुगतान के माध्यम से बंकों से लेन देन करते है तो उनको सब्सिडि भी मिलेगी | सभी लाभान्वित वेंडर्स को डिजिटल साक्षारता का अभीयान चलाया जा रहा है| 4 से 22 जनवरी तक “मै भी डिजिटल” अभियान चल रहा है |

नासवी के अध्यक्ष श्री चन्द्र प्रकाश सिंह ने कहा की बैंक को थोड़ा संवेदेनशील होने की जरूरत है| वेंडर्स को भी और संगठित होकर मुद्दे आधारित बात करने की जरूरत है| संगठन मे ही ताकत है| उन्होने कहा की महंगे वेंडिंग ज़ोन बनाने के वजाय सामान्य तरीके से वेंडिंग का नियमन करने की जरूरत है |

नासवी के राज्य अध्यक्ष श्री नंदलाल राम ने कहा की एक तरफ स्ट्रीट वेंडर्स प्रधान मंत्री स्वनिधि योजना अंतर्गत पहचान पत्र एवं वेंडिंग सर्टिफिकेट दिये जा रहे है, उनके कल्याण एवं रोजगार को नियमित करने की योजना बनाई जा रही है, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन चलाये जा रहे है लकीन वही दूसरी तरफ जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा पूरे बिहार मे अतिक्रमण हटावों अभियान के आड़ मे वेंडर्स को बेदर्दी से उजाड़ा जा रहा है| उनको रोजगार से वंचित किया जा रहा है|

पटना मौर्य लोक के वेंडर छोटू कुमार ने सवाल उठाया की वर्तमान हालत ऐसे है की पुलिस दमनकारी नीति के तहत वेंडर्स को ऐसे उजाड़ती है, मारती है जैसे हम कोई आतंकवादी हो ऐसे मे बैंक ऋण की रकम की अदायगी ही मुश्किल है| एवं संभव है की ये कल बैंक के द्वारा इन्हे भगोड़ा घोषित कर दिया जाय|

सहरसा के वेंडर्स प्रतिनिधि श्री कृष्ण प्रसाद ने मांग की की कोरोना काल में वेंडर्स ने भी अपनी जान को जोखिम में डालकर नागरिकों की जरूरतों का सामान फल सब्जी इत्यादि उनके घर पर ही उपलब्ध करवाए हैं |अतः हम भी हैं कोरोनावरियर्स, हमें भी कोरोना वायरस मानते हुए अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स की तरह प्रथम चरण में ही कोरोना वैक्सीन दिया जाए |

इस अवसर पर वेंडर्स के द्वारा एक मांग पत्र भी दिये गए-
• जब तक शहर मे वेंडर्स को क्षेत्र वार /वार्ड वार वेंडिंग ज़ोन मे चिन्हित कर स्थान न दे दिया जाय तब तक उनको उजड़ा नहीं जाय |
• पूर्ण सर्वेक्षण पूरा होने तक कोई उजाड़ न हो और इसके लिए सरकार द्वारा एक परिपत्र जारी किया जाए।
• कानून सम्मत बनी टाउन वेंडिंग कमेटी की बैठक नियमित रूप से हो |
• जिलाधिकारी को कानून को लागू करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये जाय |
• 2014 के अधिनियम के तहत – कानून सम्मत शिकायत निवारण तंत्र एवं विवाद समाधान समिति का गठन किया जाय
• स्ट्रीट वेंडर्स दिवस को राज्य सरकार द्वारा आधिकारिक रूप से घोषित किया जाय|

कार्यशाला को सबबोधित करने वालों मे मो शाहबूद्दीन, राजेंद्र प्रसाद, चंद्रावती देवी, संतोष कुमार, दिलीप कुमार, विशाल आनंद, कुमार गौरव, चंचला गुप्ता, विनीता सहित विभिन्न नगर निकायो ने प्रतिनिधि शामिल रहे| कार्यशाला का संचालन श्याम शंकर दीपक ने किया |

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